कौशल शिक्षा
केंद्रीय विद्यालयों में कौशल शिक्षा का उद्देश्य हाथों से कार्य करना, इंटरएक्टिव और छात्र-केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देना है। यह दृष्टिकोण छात्रों को वास्तविक जीवन के अनुभवों के माध्यम से जोड़ता है, जिससे सीखना अधिक प्रासंगिक और प्रभावशाली बनता है। कौशल शिक्षा के तहत प्रयोग, शैक्षिक यात्राएँ, प्रोजेक्ट आधारित शिक्षा और सिमुलेशन जैसी गतिविधियाँ शामिल की जाती हैं, जो सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटने का कार्य करती हैं। साथ ही, यह छात्रों को परियोजनाओं पर मिलकर काम करने और अपने निष्कर्षों को साझा करने के दौरान सहयोग और संचार कौशल को भी विकसित करने में मदद करती है। कौशल शिक्षा छात्रों को वास्तविक जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार करती है, जिससे 21वीं सदी के लिए आवश्यक कौशल से सुसज्जित, सर्वांगीण व्यक्तित्व का विकास होता है।